दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए जाने पिरामिड का चमत्कारिक प्रभाव
पिरामिड का चमत्कारिक प्रभाव दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए किया जा सकता है । खासकर तनाव के समय प्रभावी होता है ।
सुख समृद्धि, ऐशो-आराम ऐसे शब्द हैं, जिनके लिए मनुष्य जाति के सभी वर्ग प्रायः लालायित रहते हैं । आज सभी लोग सुख समृद्धि पाना चाहते हैं और जल्द से जल्द धनवान बनना चाहते हैं । शायद इसलिए आज का व्यक्ति समय के साथ इतना तेज भाग रहा है कि उसे पता ही नहीं रहता कि कब सुबह हुई कब शाम हो गई? वह अथक परिश्रम कर रहा है, ऐसा नहीं कि वह सिर्फ परिश्रम ही कर रहा है, उसे इसका फल भी मिल रहा है । किंतु इतने परिश्रम के बाद और परिश्रम के पश्चात मिले फल के बाद भी व्यक्ति सुखी नहीं है ।
बहुत सी अतुल धन संपत्ति प्राप्त करने के बाद भी व्यक्ति सुखी नहीं है, सुख समृद्धि और ऐश्वर्य के तमाम साधन होने के बावजूद भी व्यक्ति सुखी नहीं है, ऐसा क्यों? कारण है दांपत्य जीवन में कड़वाहट घुल मिल गई हो, तो संभव है कि उसे सभी ऐसो-आराम होते हुए भी सुख के दो पल मिल जाए । सही मायने में सच्चा सुख तभी मिल सकता है, जब व्यक्ति का दांपत्य जीवन सुखी हो । अर्थात उसकी पत्नी और बच्चों में उसके प्रति प्रेम भावना एवं त्याग की भावना हो, आदर और सम्मान की भावना हो । इस आधुनिक युग में जबकि पाश्चात्य संस्कृति हमारी पारंपरिक संस्कृति पर दोनों-दिन अपना प्रभाव बढ़ाती जा रही है, बहुत कम ऐसे लोग हैं, जिनका दांपत्य जीवन पूर्ण रूप से सुखी है । कई लोग तो ऐसे हैं, जिनके पास किसी चीज की कमी नहीं है, पर दांपत्य जीवन में कड़वाहट भरी हुई है । जिसका असर उसकी कार्य क्षमता पर पड़ता है और वह असफल भी होता है । इसलिए सुखी घर-परिवार तथा व्यक्ति की सफलताएं एक-दूसरे की पूरक हैं । यानी वही व्यक्ति सफल हो सकता है, जिसके घर का माहौल शांतिमय है । इसी बात का दूसरा पहलू यह है कि व्यक्ति तभी सफलता प्राप्त कर सकता है, जब उसे अपने घर परिवार में सौहाद्रपूर्ण वातावरण मिले । सफलता के शिखर पर वही व्यक्ति पहुंचते हैं, जिन्हें घर में शांति एवं परिवारजनों का पूर्ण सहयोग मिले । आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति सुबह से शाम तक अपने बिजनेस को लेकर, अपनी आमदनी को लेकर भागता ही रहता है । ऐसे में व्यक्ति के पास इतना समय भी नहीं है कि वह अपने परिवार को पर्याप्त समय दे सके । जब व्यक्ति अपने परिवार वालों के साथ समय नहीं निकाल पाएगा, तो स्वाभाविक रूप से घर में तनाव का माहौल उत्पन्न होगा । सभी लोग केवल अपने हित के विषय में सोचेंगे और ऐसे में दांपत्य जीवन की गाड़ी पटरी से उतर ही जाती है ।
ज्योतिष शास्त्र इन सारी समस्याओं के कई हाल बताते हैं और विवाह पूर्व जन्म कुंडली मिलान से लेकर पिरामिड तक को दांपत्य सुख का कारक बताया गया है । ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक पिरामिड से पारिवारिक जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आता है । यदि विवाह उपरांत पारिवारिक जीवन की गाड़ी को सही तरीके से चलाना है, तो सौंदर्य एवं प्रेम दोनों को उपयुक्त स्थान देना होगा क्योंकि इन्हीं के बल पर आपके जीवन में खुशियां भी आएंगी । यदि आपके जीवन में किसी भी तरह का दुख हो, तो पिरामिड को शयनकक्ष के पलंग के पास रखने से मन को शांति मिलती है ।
यदि आप अपने पलंग के पास नहीं रखना चाहते हैं, तो उसे पलंग के ऊपर टांग दें । फिर प्रातः उसे हटाकर अलमारी के मैं रख दें । इसके बाद निश्चित रूप से आपके दांपत्य जीवन में सोई हुई उमंगे जागृत हो जाएंगी । कुल मिलाकर पिरामिड एक चमत्कारिक एवं उपयोगी विकल्प है, जो न सिर्फ पारिवारिक जीवन को सुखमय बना सकता है, बल्कि कई तरह के क्लेशों को टाल सकता है